9 March 2017

Magnetism and their properties in Hindi

चुम्बकत्व (Magnetism) :-

एशिया के मैगनेशिया नामक स्थान पर एक भूरे रंग का पत्थर मिलता हैं जिसे लोड स्टोन (Loadstone) कहते हैं I इस पत्थर के समीप यदि कोई लोहे की वस्तु ले जाई जाती है तो वह उस वस्तु को अपनी ओर आकर्षित कर लेता है। इस पत्थर को मैगनेटाइट (magnetite) कहते हैं, इससे ही चुम्बक (magnet) प्राप्त होता है। चुम्बक के आकर्षण के प्रभाव को चुम्बकत्व (magnetism) कहा जाता है। यदि इसे किसी आयरन या स्टील के साथ रगड़ा जाए तो उसमें भी कुछ चुम्बक के गुण आ जाते हैं जो लोहे के बुरादे को अपनी और आकर्षित कर लेते हैं। परन्तु यह गुण उसमें विद्यमान नहीं होते हैं और नष्ट हो जाते हैं। चुम्बक के गुण लोहे की कठोरता के अनुसार उत्पन्न होते हैं। यदि लोह को पत्थर के साथ काफी समय तक रगड़ा जाए तो उसमें चुम्बकीय गुण स्थाई रूप से आ जाते हैं। ऐसे लोहे या स्टील के टुकड़े को स्थाई चुम्बक (permanent magnet) कहते हैं I
यदि इस टुकड़े को वायु में लटका दें तो उसका एक सिरा उत्तर दिशा में और दूसरा सिरा दक्षिण दिशा में रहता है। जो सिरा उत्तर दिशा में रहता है वह इस चुम्बक का उत्तरी ध्रुव (north pole) और जो सिरा दक्षिण दिशा में रहता है वह दक्षिणी ध्रुव (south pole) कहलाता है।

चुम्बक के गुण (Properties of Magnetism) :-

1) प्रत्येक चुम्बक में दो ध्रुव होते हैं एक उत्तर तथा दूसरा दक्षिण ।
2) चुम्बक, चुम्बकीय पदार्थों को आकर्षित करता है।
3) समान ध्रुव एक-दूसरे को विकर्षित करते हैं तथा असमान ध्रुव एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं ।
4) चुम्बक को गर्म करने, पीटने से इसका चुम्बकत्व नष्ट हो जाता है ।
5) चुम्बक को कई भागों में तोड़ने पर प्रत्येक भाग चुम्बक बन जाता है जिसके दो ध्रुव होते हैं ।

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