उद्देश्य (AIM): सिंगल फेज परमानेंट कैपेसिटर मोटर / कैपेसिटर स्टार्ट मोटर के टर्मिनलों की पहचान करना।
कार्यविधि (Procedure):A) By using Multimeter /ohm-meter:
● चार लीडों वाली मोटर के लिए...
1) ओह्म-मीटर के कॉमन लीड को मोटर के चार में से किसी एक टर्मिनल के साथ और दूसरी लीड को बारी-बारी से बचे हुए तीन टर्मिनलों पर लगाये। जिस टर्मिनल पर ओह्म मीटर रीडिंग दिखाता है वह उसी क्वायल का दूसरा टर्मिनल है। अब ओह्म-मीटर की रीडिंग को नोट करें।
2) अब ओह्म-मीटर की लीडों को बचे हुए बाकि दो टर्मिनलों पर लगायें और इसकी रीडिंग नोट करें । यदि यह रीडिंग क्र.स.1 में नोट की गयी रीडिंग से अधिक है तो ये स्टार्टिंग वाइंडिंग के टर्मिनल हैं और यदि यह कम है तो ये रनिंग वाइंडिंग के टर्मिनल हैं।
● तीन लीडों वाली मोटर के लिए...
1) ओंहा-मीटर की common लीड को मोटर के तीन में से किसी एक टर्मिनल के साथ और दूसरी लीड को बारी-बारी से बचे हुए दो टर्मिनलों पर लगाये और ओह्म-मीटर की रीडिंग को नोट करें ।
2) इसी प्रकार बचे हुए दो टर्मिनलों के बीच रीडिंग नोट करें और तीनों रीडिंग की आपस मे तुलना करें।
3) जिन दो टर्मिनलों के बीच सबसे अधिक रीडिंग है वे रनिंग व स्टार्टिंग बाइंडिंग के टर्मिनल हैं तथा बचा हुआ टर्मिनल common है।
4) अब ओह्म-मीटर की common लीड को मोटर के common टर्मिनल के साथ और दूसरी लीड को बारी-बारी से बचे हुए दो टर्मिनलों पर लागायें तथा ओह्म-मीटर की रीडिंग को नोट करें।
5) मोटर के common टर्मिनल के साथ जो टर्मिनल अधिक रीडिंग दिखाता है वह स्टार्टिंग वाइंडिंग का टर्मिनल है, और जो कम रीडिंग दिखाता है वह रनिंग वाइंडिग का टर्मिनल है।
निष्कर्ष (Conclusion): स्टार्टिंग वाइंडिंग में पतली तार के अधिक टर्न होने के कारण इसकी रेजिस्टैंस अधिक होती है, इसलिए ओह्म-मीटर अधिक रीडिंग दिखाता है। रनिंग वाइंडिंग में मोटी तार के कम टर्न होने के कारण इसकी रेजिस्टैंस कम होती है, इसलिए ओह्य-मीटर कम रीडिंग दिखाता है।
Note: ये टैस्ट लैम्प द्वारा लैम्प की रोशनी में अन्तर देखकर भी किये जा सकते हैं।