घरों में खपत की जाने वाली बिजली का बिल किस आधार पर आता है?
घरों में खपत की जाने वाली बिजली के मापन के लिये विद्युत मण्डल द्वारा घरों में एक मीटर लगाया जाता है। इस मीटर की रिडिंग, प्रतिमाह, बिजली विभाग कर्मचारियों द्वारा की जाती है। इसी रीडिंग के आधार पर ही विद्युत मण्डल हमें बिजली का बिल भेजती है।
विद्युत की खपत को नापने के लिये घरों में लगाये जाने वाले मीटर को 'वॉट-अवर' मीटर कहा जाता है।
विद्युत की खपत को दो विधियों से मापा जाता है -
वॉट अवर (WATT-HOUR OR WH)
पावर (अर्थात् वॉट) तथा समय (घण्टों में) के गुणनफल को ही वॉट-अवर कहा जाता है। अर्थात्
वॉट अवर = पावर ( विद्युत खपत वॉट में ) x समय ( घण्टों में )
Wh = W x H
पावर (अर्थात् वॉट) तथा समय (घण्टों में) के गुणनफल को ही वॉट-अवर कहा जाता है। अर्थात्
वॉट अवर = पावर ( विद्युत खपत वॉट में ) x समय ( घण्टों में )
Wh = W x H
अर्थात् यदि 10 वॉट विद्युत शक्ति का १ घंटे तक उपयोग किया जा रहा हो तो उसका वॉट अवर 10Wh होगा।
किलो वॉट अवर या KWH (KILO WATT HOUR) विद्युत व्यय को नापने की वॉट अवर (Wh) से बडी ईकाई (KWh) कहलाती है।
1000 Wh (वॉट अवर) = 1 किलो वॉट अवर (KWh)
इसी 1 किलो वॉट अवर को ही विद्युत मण्डल 1 युनिट विद्युत व्यय मानता है एवं इसी युनिट के आधार पर ही हमें बिजली का बिल प्राप्त होता है। बिजली के बिल में हमसे प्रति युनिट की दर से विद्युत व्यय लिया जाता है। प्रति युनिट विद्युत व्यय के लिये राशि विद्युत मण्डल द्वारा निर्धारित की जाती है।
1000 Wh (वॉट अवर) = 1 किलो वॉट अवर (KWh)
इसी 1 किलो वॉट अवर को ही विद्युत मण्डल 1 युनिट विद्युत व्यय मानता है एवं इसी युनिट के आधार पर ही हमें बिजली का बिल प्राप्त होता है। बिजली के बिल में हमसे प्रति युनिट की दर से विद्युत व्यय लिया जाता है। प्रति युनिट विद्युत व्यय के लिये राशि विद्युत मण्डल द्वारा निर्धारित की जाती है।
उदाहरण : एक मकान में बिजली का उपयोग निम्न प्रकार से हो रहा है - इस आधार पर 30 दिनों में आने वाले खर्चे की गणना करें -
मानलिजिए की आप घर में,
1) एक टूयुब लाईट 40 वाट - प्रतिदिन 5 घंटे
2) एक पंखा 60 वाट - प्रतिदिन 8 घंटे
3) बिजली का प्रेस 750 वॉट - प्रतिदिन 1 घंटा
उपयोग करतें हैं।
तो उपरोक्त प्रकार से प्रतिदिन होने वाला विद्युत व्यय-
= (40 वॉट x 5) + (60 वॉट x 8) + (750 वॉट x 1)
= 200 + 480 + 750
= 1430 वॉट अवर
इस तरह एक दिन में कुल 1430 वॉट अवर (Wh) विद्युत का व्यय होता है। अत: 30 दिनों में हो वाला कुल विद्युत व्यय
= 1430 x 30
= 42,900 वॉट अवर
अतः तीस दिनों में कुल 42,900 वॉट अवर विद्युत का व्यय किया जाता है। अब वॉट अवर ईकाई को किलो वॉट अवर ईकाई में बदलने पर
चुंकि 1000 वॉट अवर = 1 किलो वॉट अवर
42,900 वॉट अवर = (1/1000) x (42 900/1)
= 42.9 किलो वॉट अवर
इस प्रकार 30 दिनों में कुल 42.9 KWh या 42.9 युनिट विद्युत व्यय होगी।
मानलिजिए की आप घर में,
1) एक टूयुब लाईट 40 वाट - प्रतिदिन 5 घंटे
2) एक पंखा 60 वाट - प्रतिदिन 8 घंटे
3) बिजली का प्रेस 750 वॉट - प्रतिदिन 1 घंटा
उपयोग करतें हैं।
तो उपरोक्त प्रकार से प्रतिदिन होने वाला विद्युत व्यय-
= (40 वॉट x 5) + (60 वॉट x 8) + (750 वॉट x 1)
= 200 + 480 + 750
= 1430 वॉट अवर
इस तरह एक दिन में कुल 1430 वॉट अवर (Wh) विद्युत का व्यय होता है। अत: 30 दिनों में हो वाला कुल विद्युत व्यय
= 1430 x 30
= 42,900 वॉट अवर
अतः तीस दिनों में कुल 42,900 वॉट अवर विद्युत का व्यय किया जाता है। अब वॉट अवर ईकाई को किलो वॉट अवर ईकाई में बदलने पर
चुंकि 1000 वॉट अवर = 1 किलो वॉट अवर
42,900 वॉट अवर = (1/1000) x (42 900/1)
= 42.9 किलो वॉट अवर
इस प्रकार 30 दिनों में कुल 42.9 KWh या 42.9 युनिट विद्युत व्यय होगी।
अब चुंकि घरेलु विद्युत उपयोग के लिये, विद्युत मण्डल द्वारा 3 रूपया/युनिट लिया जाता है, अतः 42.9 युनिट के लिये लिया जाने वाला खर्चा
= 42.9 x 3
= 128.7 रूपये
= 128.7 रूपये
अर्थात् इतनी बिजली का व्यय करने पर विद्युत मण्डल आपको 128.70 रू /प्रतिमाह बिजली खर्च का बिल भेजेगा।
very good tiching,
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